गर्लफ्रेंड को जुकाम हो गया है

गर्लफ्रेंड को जुकाम हो गया है।



- आज मेरी गर्लफ्रेंड साउथ कैंपस से पटेल चौक आई है मुझसे मिलने। मैंने ही कहा था उससे मिलने आने के लिए। पर मुझे कहाँ मालूम था कि उसको जुकाम हो जाएगा। देखों बड़ी सी जैकेट में कंपकपाती कैसे चुसड़ चुसड़ चाय पी रही है। अच्छा खासा प्लान बना था मूवी देखने का वो भी कैंसिल हो गया। अरे ये सिनेमा वालों को क्या जरुरत है A.C लगाने की? बड़ा चले है मॉडर्न बनने। एक दिन के लिए तो आती है दो - तीन सप्ताह में। इस बार तो पुरे २४ दिनों में आई है। कहती है एग्जाम चल रहे है। अब तुम ही बताओं पिछले २४ दिनों से कुछ भी नहीं किया है और अब है कि यहाँ बैठे चाय पी रहे है।
हरामी मनीष ने इन मौके पर ही धोखा देना था। सुबह सुबह बता रहा है कि भाई रूम नहीं मिल पाएगा कोई रिश्तेदार आ गया है। अरे ऐसी तैसी रिस्तेदार की। एक दिन पहले या बाद नहीं आ सकता था। सारा प्लान चौपट कर दिया। अगर एक दिन पहले बता देता तो मैं किसी और का रूम arrange कर लेता। उस साले मोटू अंकित ने भी मना कर दिया। भूल गया कि अपनी क्लास वाली दीप्ति से बात मैंने ही कराई थी तब तो भाई भाई करता घूमता था। आज साला गर्लफ्रेंड के प्यार में पड़कर भाई को भूल गया है। देखते है बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी। जब वो दीप्ति लात मार देगी तो आएगा मेरे पास ही लार टपकाता हुआ। वैसे भी दीप्ति ऐसे पता नहीं कितनों को उल्लू बनाए घूमती है। वो तो मुझ पर डोरे डाल रही थी वो तो मैंने ही  उसको घास नहीं डाली। और अब ये मोटू मुझे उसका ही गुरुर दिखा रहा है।

गर्लफ्रेंड - कहाँ खो गए ?

- हम्म. हम्म्म... हाँ बोल।

गर्लफ्रेंड : क्या हम्म हम्म्म। ... कब से इसी तरह गुमशुम बैठे हो ?

- नहीं वो मुझे लगा तुम्हे बोलने में दिक्कत होगी इसीलिए। वैसे भी कभी कभार साथ में चुप भी बैठना चाहिए। इससे एक दूसरे को ज्यादा observe कर पाते है।

गर्लफ्रेंड : मेरी फोटो लेकर बैठ जाया करो और जितना ओब्सेर्वे करना है किया करो। वैसे मुझे भी बात करने की कोई ख़ास इच्छा नहीं है।

- हम्म... तुम्हे इच्छा क्यों होगी ? ये सब तुम्हारा ही किया कराया है। अरे दो दिन पहले आ जाती तो कुछ बिगड़ जाता? मैं आने की कहता हूँ तो भी मैडम को दिक्कत होती है। कहती है रूममेट्स बड़ी बेकार है वो चिड़चिड़ करती है। कितनी बार कहा है  ... रूम बदल ले  ... पर ना  ... इसको तो उन बेवकूफों के साथ ही रहना है। उनका अपना तो कुछ होता नहीं दूसरों का और नहीं होने देते। मेरे घर वालों को भी पता नहीं हॉस्टल की क्या पड़ी है। बाहर रूम लेने का प्लान बना रहा था। नहीं बेटा बाहर रहेगा तो बिगड़ जाएगा। जैसे अभी तो बड़ा सुधरा हुआ है। अन्ना पर चिल्लाते हुए - अन्ना चाय में कोई इतनी चिन्नी डालता है क्या ? अरे चाय है या शरबत ? साला चाय भी ढंग की नहीं बना सकता।

गर्लफ्रेंड - क्यों इतना चिल्ला रहे हो ?

- मैं चिल्ला रहा हूँ ? लगता है जुकाम होने से तुम्हारे कानों में लाउडस्पीकर लग गए है।

गर्लफ्रेंड : कही मनीष का रूम नहीं मिलने तो फ्रस्टिया रहे हो ?

- मैं क्यों फ्रूस्टियाने लगा भला ?

गर्लफ्रेंड: तुम्हारे चेहरे से ये ही लग रहा है।

- तुम अपनी बकवास अपने पास रखों। तुम्हे इतनी सर्दी में बाहर घूमने की क्या जरुरत थी। अब गुमटी रहना नाक पकड़कर।

गर्लफ्रेंड: मैं अपना नाक पकड़कर घूमूं या ना तुम्हे क्या?

- अच्छा आज तुम्हे क्या ? परसों फोन पर क्या कह रही थी कि एक दूसरे के लिए जिएंगे और एक दूसरे के लिए मरेंगे।

गर्लफ्रेंड: जी जनाब कहा था। पर तुम्हारी सोच नाड़े के ऊपर आये तब ना।

- क्या मतलब तुम्हारा नाड़े के ऊपर ? मैं तुम्हारे पीछे पड़ा हूँ। तो छोड़ कर चली क्यों नहीं जाती ?

गर्लफ्रेंड: आ देखो मेला चुनु मनु नाराज हो गया। चल कमला गार्डन घूम कर आते है।

- पागल है क्या? मैं ना जा रहा कमला गार्डन। अरे मरवाएगी क्या ? अरे बजरंग दाल वालों ने देख लिया तो हमारी शादी करा देंगे।

गर्लफ्रेंड: अरे वाह ! फिर तो सारी टेंशन ही खत्म। घर वालों की मच - मच से भी बच जाएंगे।

-तुम पगला गई हो। चलो साउथ कैंपस चलते है वही घूम लेंगे। तुम फिर वही फिर वही से घर चली जाना।  मुझे भी साउथ कैंपस गए हुए काफी दिन हो गए है। और तुम्हारे लिए  कुछ शॉपिंग भी कर लेंगे।  

गर्लफ्रेंड: साउथ कैंपस  ..... शॉपिंग  .... वाह ! वाह! ऐसा जुकाम तो रोजाना हो। चलो आईडिया बुरा नहीं है वैसे भी यहां बैठे बैठे तुम बोर हो जाओगे।

-  चलो! चलो ! देखो बस आ गयी है। छूट जाएगी तो १५-२० मिनट वेट करना पड़ेगा।

इसको लिखने का पूरा श्रेय +Kamil Saif , +Ashtam Neelkanth को जाता है।

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