Posts

Showing posts from June, 2016
Image
नमस्कार दोस्तों! । ये किसी स्टेज पर मेरा पहला मौका होगा सो आप लोगों से ख़ास अनुरोध है की अगर मेरी जबान लड़खड़ा जाए या पैर कांपने लगे तो सीटी और आवाज़ों से ही काम चला ले। जूते चप्पलों  का सहारा ना ले। कहना जरुरी है क्योंकि देश का वर्तमान माहौल काफी असहिष्णु है।  फिर भी न्याय देना चाहे तो बाहर ले जाकर दे। आखिर मेरे लिए भी पीटना जरुरी है। किसी ने लिखा है की पीटने के बाद अच्छा लिखा जाता है और मैं तो लेखक बनने के लिए पाकिस्तान जाने को भी तैयार हूँ।  वैसे पीटने पिटाने से मेरा रिश्ता काफी पुराना है। पिटाई से पहली बार सामना पड़ा था जब दादी को बुढ़िया कहा था। दूसरे बार एक बुड्ढे की धोती खींचने पर और तीसरी बार लड़की को देख सीटी मारने पर। उसके भाई की मार अब तक दुखती है। देखो माथे पर निशान भी है। आप भी सोचते होंगे कैसा आदमी है। जब देखों पिटता रहता है, इसको तो  इंडियन हॉकी टीम में होना चाहिए। मगर बता दे हमने पीटने में भी डिग्रीयां ले रखी है। आपको शायद मालूम नहीं होगा जब उस कल्लू ने हमारी लाजो को गन्दी निगाह से देखा था तो हमने ससुरे को पिट पीटकर लहू लुहान कर दिए थे। लोग हमसे अक्सर पूछते है तुम हरयाण