मुस्कान

मुस्कान

उसने हमे देखाi
मुस्कराई, थोड़ा शरमाई
और चली गयी !

आयी उनकी मुस्कराहट दौड़कर
सजी हमारे गालों पर
और जा मिली दिल से

अब जब भी वो आती
अपनी मुस्कराहट साथ लाती
जो हमारे गालों पर सजती
और दिल से जा मिलती

इतना सा था हमारा
और उनका रिश्ता
दो जाने पहचाने चेहरे   
दो अनजान लोग
दो अनजान दिल
और एक मुस्कान !!

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