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Showing posts from October 8, 2016

अच्छे पापा !!

लड़का: क्यों जी आज मोहतरमा जी का मुंह क्यों उतरा हुआ है ? लड़की: घर  में हर कोई मुझे ही डांटता रहता है। आज बंटी की गलती पर भी पाप ने मुझे ही दांत दिया। मैंने तो कुछ किया भी नहीं था। लड़का : Arey ! कोई नहीं यार।  पापा है तेरे। बड़ा समझकर माफ़ कर दे।   लड़की: पापा है तो क्या हुआ ? इसका मतलब ये तो नहीं है कि जब मन करे तब डांटने लग जाए। और वो उस बंटी को क्यों कुछ नहीं कहते।   लड़का : ओ! मेले बाबू को इतनी डांट पड़ी। कोई नहीं बाबू । इतनी छोटी सी बात पर नाराज नहीं होते। पापा है आपके।   लड़की : तुम रहने दो। तुम हमेशा उनकी ही साइड लेते हो।   लड़का : अले बाबु ! मैं किसी की साइड नहीं ले रहा। मैं तो बस कह रहा था कि पापा ने ऐसे ही प्यार प्यार में डांट दिया होगा।   लड़की : तुम चुप ही रहो।  मेरी तो कोई सुनता ही नहीं है। कोई प्यार व्यार से नहीं डांटा, पुरे एक घंटे लेक्चर दिया है। तुम भी धोखेबाज निकले। सब लोग मुझे ही तंग करते रहते है।   लड़का : आने दे उस बुड्ढे खुस्सट को।  मार मारकर अगर उसकी तोंद पतली ना करदी तो मेरा नाम बदल देना।  लड़की : shut up !! He is my dad. How dare you to speak like that